चमेली एक खुसबूदार फूल हैं जिसे जैस्मिन फूल भी कहा जाता है। इसके फूल, पत्ते और जड़ तीनों को भी औषधीय कामो के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इसका स्वाद तीखा और सुगंधित होता है। चमेली का तेल और इत्र एक बिज़नेस प्रोडक्ट हैं, जो चमेली के फूलों से बनाया जाता है। चमेली का रस पीने से वात और कफ में काफी आराम मिलता है। यह शरीर को चुस्त-दुरुस्त और मन को खुश रखती है।
• मसूढ़ों में दर्द होने पर चमेली के पत्तों का काढ़ा बना कर ग़रारा करने से दर्द ख़त्म हो जाता हैं।
• बवासीर होने पर चमेली, बरगद और गिलोय के पत्तों को पीस कर सोंठ, सेंधा नमक और छाछ के साथ पीने से लाभ होता है।
• आँखों में दर्द होने पर चमेली के फूलों का लेप लगाये, लाभ होगा।
• पीरियड्स की प्रॉब्लम्स होने पर चमेली के १० ग्राम पत्तों को पीस कर पीने से समस्या दूर होती है।
• चमेली के पत्तों को मुह में रख कर पान की तरह चबाने से मुह के छाले, घाव आदि में राहत मिलती हैं।
• चमेली के फूलों की डण्डी और मिश्री को बराबर मात्रा में मिला कर आँखों पर लगाने से थकान दूर होती है।
• उल्टी होने पर १० ग्राम सफ़ेद चामेली के पत्तों का रस को २ ग्राम काली मिर्च के पाउडर में मिला कर चाटने से उल्टी आना बंद हो जाता है।
• चमेली के पत्तों को पीस कर पीने से पेट के कीड़े ख़त्म हो जाते है।
• पैरो में बिवाई होने पर चमेली के पत्तों का रस फटी एड़ियों में लगाने से बिवाई ठीक हो जाती हैं।
• चेहरे पर नियमित रूप से चमेली के फूलों का रस लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है।
• चमेली के फूलों को पीस कर लेप बना कर लगाने से दाद, खाज-खुजली जैसे चर्म रोग में आराम मिलता है।
• पुराना सिरदर्द होने पर चमेली के फूलों का लेप सिर पर लगाने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
इसका स्वाद तीखा और सुगंधित होता है। चमेली का तेल और इत्र एक बिज़नेस प्रोडक्ट हैं, जो चमेली के फूलों से बनाया जाता है। चमेली का रस पीने से वात और कफ में काफी आराम मिलता है। यह शरीर को चुस्त-दुरुस्त और मन को खुश रखती है।
Amazing health benefits of Chameli
• मसूढ़ों में दर्द होने पर चमेली के पत्तों का काढ़ा बना कर ग़रारा करने से दर्द ख़त्म हो जाता हैं।
• बवासीर होने पर चमेली, बरगद और गिलोय के पत्तों को पीस कर सोंठ, सेंधा नमक और छाछ के साथ पीने से लाभ होता है।
• आँखों में दर्द होने पर चमेली के फूलों का लेप लगाये, लाभ होगा।
• पीरियड्स की प्रॉब्लम्स होने पर चमेली के १० ग्राम पत्तों को पीस कर पीने से समस्या दूर होती है।
• चमेली के पत्तों को मुह में रख कर पान की तरह चबाने से मुह के छाले, घाव आदि में राहत मिलती हैं।
• चमेली के फूलों की डण्डी और मिश्री को बराबर मात्रा में मिला कर आँखों पर लगाने से थकान दूर होती है।
• उल्टी होने पर १० ग्राम सफ़ेद चामेली के पत्तों का रस को २ ग्राम काली मिर्च के पाउडर में मिला कर चाटने से उल्टी आना बंद हो जाता है।
• चमेली के पत्तों को पीस कर पीने से पेट के कीड़े ख़त्म हो जाते है।
• पैरो में बिवाई होने पर चमेली के पत्तों का रस फटी एड़ियों में लगाने से बिवाई ठीक हो जाती हैं।
• चेहरे पर नियमित रूप से चमेली के फूलों का रस लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है।
• चमेली के फूलों को पीस कर लेप बना कर लगाने से दाद, खाज-खुजली जैसे चर्म रोग में आराम मिलता है।
• पुराना सिरदर्द होने पर चमेली के फूलों का लेप सिर पर लगाने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
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